केरल देश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र की सघन हरियाली, खूबसूरत पहाड़ियों और घाटियों में बसा एक रमणीक राज्य है। इसकी सीमा उत्तर, उत्तर-पूर्व में कर्नाटक और दक्षिण, दक्षिण-पूर्व में तमिलनाडु से लगती है। पश्चिम में, इसकी खूबसूरत तटरेखा से 200-300 किमी दूर लक्षद्वीप आइलैंड्स हैं। कुदरत के भरपूर उपहार, रंगारंग संस्कृति और एक विशिष्ट पाककला इस भूमि के बारे में प्रचलित ‘गॉड्स ओन कंट्री (ईश्वर का अपना देश)’ उक्ति को चरितार्थ करते हैं।
केरल राज्य का गठन भाषायी आधार पर राज्यों के पुनर्गठन के बाद 1 नवंबर 1956 को हुआ था। घटनापूर्ण इतिहास और कला एवं विज्ञान की समृद्ध परंपराएं इस राज्य को विशिष्ट बनाते हैं। राज्य की सांस्कृतिक विरासत ने एक प्रगतिशील समाज के विकास में योगदान दिया है।
सांप्रदायिक सद्भाव के मामले में राज्य की प्रतिष्ठा रही है। भारतीय उपमहाद्वीप में ईसाई और इस्लाम धर्म के प्रवेश का श्रेय केरल को ही दिया जाता है। देश का पहला चर्च और मस्जिद राज्य के कोडुंगल्लूर में स्थित हैं।
यह राज्य मनोरम जल क्षेत्र के लिए विख्यात है जिसमें नदियां, बैकवाटर्स और झीलें हैं। इसकी प्रतिष्ठा का एक अन्य कारण है यहां पाए जाने वाले किस्म-किस्म के मसाले जो प्राचीन काल से दुनिया के अनेक देशों के व्यापारियों को आकर्षित किया। रंगारंग त्योहार और शास्त्रीय कला राज्य के अन्य आकर्षण हैं।